subodh

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Thursday 25 September 2014

11 . पैसा बोलता है ...

 मेरी पिछली सारी पोस्ट कंडीशनिंग को लेकर लिखी गई है , अब जब आपने कंडीशनिंग के बारे में काफी कुछ पढ़ लिया है और अपनी आज की स्थिति के मूल में क्या है ये भी समझ लिया है तो अब आप  नये तरीके से सोचना -समझना और करना शुरू करें .
पैसे को लेकर आपके मन में जो भी गलत धारणाएँ बनी है, बनाई गई है उन सबको सिरे से ख़ारिज कर देवे . जो आपसे पैसे की बुराई करता है ,आप सिर्फ उसकी मानसिकता को समझने का प्रयास करें और उन कारणों को भी जिस वजह से वो ऐसा कर रहा है फिर देखें कि कही इसी से  मिलती-जुलती फाइल आपके दिमाग में तो नहीं है जो गलती से आप डिलीट करना भूल गए हो ? अगर है तो उसे तत्काल डिलीट कर देवे ,नकारात्मक विचारों का साथ वर्तमान और भविष्य बिगाड़ने के अलावा कोई उपलब्धि नहीं दे सकता . 
ध्यान रखे पैसा तटस्थ होता है वो खुद में कभी गलत नहीं होता, कुछ लोग जो अमीर बन जाते है, बन पाते है ये उनकी काबिलियत होती है . 
जो आपसे कहते है कि ये लोग गलत तरीके से अमीर बने है उन्होंने  संभवतः सिक्के का आधा हिस्सा ही देखा होता है  क्योंकि जिस वर्ग से वे आते है उस वर्ग के खेल के नियम अमीरों के खेल के नियम से अलग होते है ,  अपने वर्ग के नियमों के अनुसार वे सही हो सकते है लेकिन उन्हें अमीरों के खेल के नियम पता नहीं होते लिहाजा अधूरी जानकारी होने की वजह से वे गलत हो जाते है.  उनके तर्क बड़े गौर से सुने ,उन्हें समझे और देखे कि वे गलत कहाँ है, अगर आपके समझ में नहीं आये तो किसी सी.ए. से ,किसी फाइनेंसियल प्लानर से या समाज के सम्मानित व्यक्ति से पूछे बशर्ते वो खुद अमीर हो !  अमीरों की सोच समझने के लिए या तो आपको अमीर होना पड़ेगा या उनका सोचने का तरीका समझना पड़ेगा . 
कृपया ये समझ लेवे अमीरों का सोचना समझना और करना बिलकुल अलग तरीके का होता है अगर आपने  अब भी अपने दिमाग से  "गरीबी" नामक सॉफ्टवेयर डिलीट नहीं किया है तो आपके समझ में ये तरीका नहीं आएगा . 
ये ध्यान रखे लाइम लाइट में रहने वाले लोगों को पता होता है हम हमेशा निशाने पर रहेंगे लिहाजा वे कानून का अक्षरशः पालन करते है - और अमीर वर्ग हमेशा ही लाइम लाइट में रहा है, रहेगा !. अमूनन कोई भी अमीर गलत नहीं होता है बस उनके खेल अलग होते है,खेलने के पाँसे अलग होते है,खेल के नियम अलग होते है और सारा फर्क इसी बात से पड़ता है !! 
- सुबोध 

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