subodh

subodh

Tuesday, 26 April 2016

53.ठहरा है मेरे कमरे में इन्द्रधनुष

मैंने लाने के लिए इन्द्रधनुष

पैदा की थी खुद में काबिलियत

कि मौजूद न रहे कोई वजह


इन्द्रधनुष न आने की.

सारे डर असफल होने के


छोड़ आया था उस कब्रगाह में


जहाँ दफन है अतीत मेरा


असफलता का .


और सफलता सिर्फ निर्भर थी


इस काबिलियत पर


कि असफलता के भय को


किस तरह करूँ प्रबंधित

मेरे कमरे में


इन्द्रधनुष लाया है


सुरमई उजाला


ईनाम के तौर पर


क्योंकि मेरी कोशिश का स्तर


उच्च था इतना


कि संभव ही नहीं था


असफल होना.

मैं क्यों डरूँ


इन्द्रधनुष और सुरमई उजाले के


मेरे कमरे में होने से ?


जानता हूँ मैं


इनकी वजह से


सौंपें जायेंगे मुझे कुछ


उत्तरदायित्व


जो हमेशा सौंपें जाते है


क्षमतावान को .

सुबोध


(ONE SIM ALL RECHARGE, MLM )

www.rechargesathi.com

No comments:

Post a Comment