subodh

subodh

Thursday 21 April 2016

51. सही या गलत -निर्णय आपका !

बचपन से हमें गलतियों से बचने और एक सुरक्षित खेल खेलने को 

प्रोत्साहित किया जाता है यानि हमें भेड़ बनाने की कोशिश की जाती है . 

जबकि हमें नई चुनौतियों को स्वीकार करने और अपनी गलतियों से 

सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए . 

दूसरों द्वारा की गई गलतियाँ एक रेफेरेंस बुक से अधिक नहीं होती

क्योंकि जिन परिस्तिथियों में गलतियाँ की गई वो अलग थी ,गलती

करने वाले की क्षमता,सोच,कार्य-पद्धिति ,तकनीक अलग थी.हम 

अमूनन अपने द्वारा की गई गलतियों से सीखते है ,गलतियाँ करने और

उन गलतियों से सीखने के दौरान जो अनुभव होता है उस अनुभव का 

कोई जोड़ नहीं होता. अगर आप गलतिया नहीं कर रहे है तो आप 

निश्चित ही उस कम्फर्ट जोन में है जो तालाब के मेंढक का होता है.

अमीर बनने के लिए चुनौतियां स्वीकार कीजिये ,गलतियों को 


उपलब्धियों का हिस्सा मानिये."बनाना,बिगाड़ना,फिर से बनाना " प्रोसेस 

को आत्मसात कीजिये . भेड़ मत बनिये .

सुबोध -

(ONE SIM ALL RECHARGE, MLM)

www.rechargesathi.com

No comments:

Post a Comment